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वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ:| निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ।।

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वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ:।
निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ।।


ganesh mantra

वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ:।
निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ।।

मेरे भगवान वक्रतुंड का अर्थ है भगवान, जो उन लोगों को दंडित करते हैं जो की गलत पथ का अनुसरण करते हैं. भगवन तुम उन्हें सही रास्ते पर लाते हो। आपका शरीर बड़ा है और यह अनेकों- अनेक सूर्य की भांति चमकता है। आप हमारे जीवन में आने वाली सभी बाधाओं का निवारण सिर्फ तुम करते हो।

वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ:।
निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा ।।

My God Vakratunda means god who punishes the people who follow the crocked path and brings them to right path, your body is big and it shines like million sun. You are the remover of all the obstacles of our life



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