श्री गणेश का इंसान के मुख वाला एकमात्र मंदिर | Shri Ganesh's only temple with the human face
ekadantganesh.comJanuary 12, 20190
|| श्री गणेश का इंसान के मुख वाला एकमात्र मंदिर | Shri Ganesh's only temple with the human face ||
|| श्री गणेश का इंसान के मुख वाला एकमात्र मंदिर ||
तमिलनाडु के तिलतर्पण (कूटनूर) में स्थित आदि विनायक मंदिर, जहाँ भगवान गणेश का चेहरा इंसान स्वरुप में है। आज तक हम सभी ने श्री गणेश का सिर्फ़ गजमुख वाला स्वरुप ही देखा और सुना है। पर दक्षिण भारत में स्तिथ आदि विनायक इसका अपवाद है। यह विश्व में एक मात्र ऐसा मंदिर है जहाँ भगवान गणेश को गजमुखी न होकर इंसान स्वरुप स्थापित किया गया है।
सिर्फ श्री गणेश की इंसान रूपी मूर्ति के अलावा यह मंदिर दुसरी खूबी ये है की आदि विनायक मंदिर एक मात्र गणेश मंदिर भी है जहां लोग पितरों की शांति के लिए पूजा करवाने आते हैं। ऐसा इसलिए है क्यूंकि पुरानी मान्यता के अनुसार भगवान श्रीराम ने अपने पूर्वजों की शांति के लिए पूजा इसी मंदिर में की थी। और इसी के चलते आज भी
कई भक्त अपने पूर्वजों की शांति के लिए यहां पूजा करने आते हैं।सामान्यतः पितृदोष के लिए नदियों के किनारे तर्पण की विधि की जाती है लेकिन इस मंदिर की खूबी के कारण इस जगह का नाम ही तिलतर्पणपुरी पड़ गया है। इस मंदिर के कारण यहां दूर-दूर से लोग अपने पितरों के निमित्त पूजन कराने आते हैं।
तमिलनाडु के कुटनूर से लगभग 2 कि.मी. की दूरी पर तिलतर्पण पुरी नाम की एक जगह है, यहीं पर भगवान गणेश का यह आदि विनायक मंदिर है। इस मंदिर में श्री गणेश के नरमुखी रूप के साथ-साथ भगवान शिव का भी मंदिर है।
||Shri Ganesh's only temple with the human face||
Adi Vinayak Temple, located in Tamilnadu's Tiltarapanpuri (Kootunoor), where the face of God Ganesha is in the form of human being. To this day all of us have seen and heard only the Shri Ganesha with elephant head. But the Adi Vinayak Temple in South India there is an exception. This is the only temple in the world where Lord Ganesha idol has been transformed into a human form and not in elephant form.
Apart from the only human form of Shri Ganesha, this temple is another well-known fact that Adi Vinayak Temple is also the only Ganesh temple where people come to worship the ancestors for peace. This is because, according to the old belief, Lord Shriram worshiped in this temple for the peace of his ancestors. And due to this many devotees come to worship here for the peace of their ancestors. Generally, the method of renunciation is done on the banks of the rivers for patrodhusha, but due to the beauty of this temple, the name of this place has become Tilantaranpuri. Due to this temple, people come here from far and away to worship their ancestors.
Tiltarapanpuri is about 2 Kms from Kuttanur in Tamil Nadu, the Adi Vinayak Temple of Lord Ganesha is situated. In this temple, there is also a temple of Lord Shiva along with the Ganesh idol in human form.