इस सवाल को मुझे बहुत बार पूछा गया कि हनुमान की सर्वश्रेष्ठ साधना कैसे करें पर मुझे कहते हुए आज बहुत ही खुशी हो रहा है हनुमान जी की साधना बहुत आसान है अगर हम उसको नियम से करें तो हनुमान की साधना में हमें किसी भी प्रकार की ढील नहीं देनी चाहिए हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं अतः हमें उनकी साधना करते समय खुद भी ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए
आज मैं आपको हनुमान से संबंधित वही बातें बताऊंगा जिसको मैंने किया और अभी तक कर रहा हूंआपको हनुमान की साधना करते समय वही काम करना चाहिए जो हनुमान जी को पसंद है
हनुमान को हनुमान को क्या क्या पसंद है आपको यहां से[1] इसकी जानकारी मिल जाएगी।
मैंने सिर्फ इतना किया
मैं आपको किसी किताब में लिखे बात नहीं बताऊंगा मैं वही बाद में बताऊंगा जो मैं खुद कर रहा हूं।अगर आप को हनुमान जी को प्रसन्न करना है उनकी साधना करनी है तो आपको मंगलवार का दिन चुनना होगा साथ ही पूरे हफ्ते भर शुद्धता का पूर्ण ख्याल रखना होगा।
रोज सुबह-सुबह नहा धोकर लाल वस्त्र धारण करके हनुमान के समक्ष चमेली का दीपक जलाकर कम से कम एक बार हनुमान चालीसा का पाठ नित्य करना चाहिए।इस क्रम को नित्य करें जब मंगलवार का दिन आए तो नित्य कर्म पूर्ण करने के बाद आपको सुंदरकांड का पाठ भी करना होगा।
सुंदरकांड का पाठ विधि क्या है आपको इंटरनेट पर बहुत सारी लेख मिल जाएगी। अगर आप इस विधि से हनुमान जी की आराधना करते हैं तो यकीन मान कर चलिए आपको महीने भर में इसका परिणाम देखने को मिलेगा।
ध्यान दीजिए अपने प्रश्नपर
हनुमान जी की सर्वश्रेष्ठ आराधना को लेकर मैंने ऊपर जो भी बातें लिखी उसे सुनकर आपको बहुत ही अजीब सा लगा होगा क्योंकि उसमें नियम बहुत कठिन है।
आपने प्रश्न ही ऐसा पूछा था कि हनुमान जी की सर्वश्रेष्ठ साधना कैसे करें।अगर आपने पूछा होता हनुमान की पूजा कैसे करें तो शायद उसके नियम इतने कठिन नहीं होते।
मैं आशा करता हूं आपको मेरी बात पसंद आई होगी और आपके प्रश्न का मैंने उचित उत्तर दिया।